बंटी-बबली बन गए जज, करोड़ों की ठगी की, अब पहुंचे वहां जाना इन्हें होना चाहिए
Bunty-Babli became Judges
Bunty-Babli became Judges: कानपुर पुलिस ने एक सनसनीखेज ठगी के मामले में पति-पत्नी की जोड़ी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने शादी का झांसा देकर एक महिला से 45 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की थी. मुख्य आरोपी विष्णु शंकर गुप्ता ने खुद को जज बताकर पीड़िता को अपने जाल में फंसाया, जबकि उसकी पत्नी आयुषी गुप्ता ने इस अपराध में उसका पूरा साथ दिया. डीसीपी सेंट्रल एस. के. सिंह ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि चार दिन की तत्पर कार्रवाई के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से ठगी की पूरी रकम बरामद कर ली गई.
पुलिस के अनुसार मामला एक मैट्रिमोनियल वेबसाइट से शुरू हुआ, जहां विष्णु शंकर गुप्ता ने पीड़िता, जो एक मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग अधिकारी के पद पर कार्यरत है से संपर्क स्थापित किया. उसने खुद को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट बताकर पीड़िता का विश्वास जीता और शादी का वादा किया. इसके बाद उसने पीड़िता को एक लग्जरी कार खरीदने के लिए 45 लाख रुपये का लोन लेने के लिए उकसाया. पीड़िता को कानपुर बुलाकर विष्णु और उसकी पत्नी आयुषी ने मिलकर एक सुनियोजित साजिश रची.
रकम लेकर फरार हुआ शख्स
आरोपियों ने पीड़िता को कार में बैठाया और रास्ते में आयुषी, जो वकील के भेष में थी, को कार से उतार दिया. इसके बाद विष्णु पीड़िता को एक सिनेमाघर ले गया और वहां उसे छोड़कर ठगी की रकम लेकर फरार हो गया. पीड़िता ने तुरंत इसकी शिकायत डीसीपी सेंट्रल से की. डीसीपी एस.के. सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपनी विशेष टीम को जांच के लिए लगाया. पुलिस ने चार दिनों में दोनों आरोपियों को धर दबोचा और उनके पास से 45 लाख रुपये की नकदी बरामद की.
ठगी में शामिल और लोगों का तलाश रही पुलिस
डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि यह मामला ऑनलाइन धोखाधड़ी और विश्वासघात का गंभीर उदाहरण है. उन्होंने लोगों से अपील की कि मैट्रिमोनियल साइट्स पर सावधानी बरतें और किसी के साथ वित्तीय लेनदेन करने से पहले उनकी पूरी जानकारी जांच लें. पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस जोड़ी ने अन्य लोगों को भी इसी तरह ठगा है.